लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है लेकिन विपक्षी भारत गठबंधन का संकट अभी खत्म होता नहीं दिख रहा है. कांग्रेस के नेतृत्व वाले इस गठबंधन को अब तक कई साथी बड़े नेता ना कह चुके हैं. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और पंजाब में अरविंद केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं कि इन राज्यों में सीट बंटवारे पर कोई बात नहीं होगी.
दूसरी ओर, संकट के समय में राहुल गांधी के एकमात्र दोस्त नजर आने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कुछ ऐसा ही रुख दिखाया है. अखिलेश ने कहा है कि समाजवादी पार्टी कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में तभी शामिल होगी जब उत्तर प्रदेश में सीटों का बंटवारा तय हो जाएगा. अब सवाल ये है कि आम चुनाव में नरेंद्र मोदी को हराने के लिए कांग्रेस क्या गणित लगा पाएगी.