मुंबई, 29 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, यूपी के मुख्यमंत्री आवास में भी शिवलिंग है। उसकी भी खुदाई होनी चाहिए। उन्होंने राजभवन में भी बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण कराने का आरोप लगाया। लखनऊ में जर्मनी के सांसद राहुल कंबोज के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश ने EVM और कुंभ की तैयारियों पर भी सवाल उठाए। दरअसल, यूपी के संभल में खुदाई में मंदिर, बावड़ी और मूर्तियां मिल रही हैं। अखिलेश ने कहा, सरकार जान-बूझ कर ध्यान भटकाने के लिए नए-नए तरीके अपना रही है। जगह-जगह खुदाई हो रही है। अखिलेश ने सीएम योगी द्वारा अमित शाह, जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह को महाकुंभ में आने का न्योता देने पर कहा, कुंभ में लोग खुद आते हैं, निमंत्रण नहीं दिया जाता। उनके हाथ में विकास की नहीं, विनाशकारी रेखा है। हमने कुंभ पर सवाल उठाए तो सरकार रियलिटी टेस्ट करवाने लगी। अब हमारे कार्यकर्ताओं पर केस हुए तो पोल खोल देंगे। अखिलेश के कुंभ वाले बयान पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, कुंभ में अखिलेश यादव भी आएं। पुण्य प्राप्त करें और अपने पापों को धोएं। उन्होंने यह भी कहा, समाजवादी पार्टी के मुखिया को मैं बताना चाहता हूं कि आज आधारभूत संरचना के मामले में उत्तर प्रदेश राज्य तेजी के साथ राष्ट्र के पैमाने पर आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश राज्य में आपको अपना शासन काल भी याद आता होगा। उत्तर प्रदेश की जनता कभी भी समाजवादी पार्टी को माफ नहीं करेगी। आप समय-समय पर EVM पर सवाल उठाते हैं। आप खुद ही सोचिए कि जब आप (विपक्ष) हारते हैं, तो EVM खराब है और जीतते हैं तो EVM ठीक है।
अखिलेश यादव ने कहा, राजभवन में खुद अवैध कंस्ट्रक्शन हो रहा है। नक्शा किसने पास कराया? सरकार ने गन्ने की कीमत बढ़ाई? क्या गन्ने का भुगतान हुआ? क्या किसानों की आय दोगुनी हुई? सोचिए आप। अभी भी गन्ना किसानों के लिए रेट तय नहीं हुआ। जब सपा सरकार में कुंभ हुआ था, उसकी स्टडी हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी ने की थी। कुंभ अच्छा सम्पन्न हो, सपा सहयोग के लिए तैयार है, लेकिन अभी तक बिजली और ब्रिज का काम अधूरा है। सरकार को कठघरे में खड़ा करना हमारी जिम्मेदारी है। जो करोड़ों लोग आएंगे, क्या उन्हें निमंत्रण दिया जाता है? हमने अपने धर्म में यही सीखा है। ये सरकार अलग है। जर्मनी की सुप्रीम कोर्ट ने EVM पर रोक लगाई। जर्मनी में चुनाव बैलेट से होता है। यहां हमें भरोसा बनाना पड़ेगा, जो अभी टूट रहा है। हालत यह है कि EVM से चुनाव जीतने वालों को खुद पर ही भरोसा नहीं। जर्मनी की सड़कें देखने के बाद आगरा एक्सप्रेस-वे बनाया गया। आज भी देश की सबसे अच्छी सड़क है। दुनिया कहां पहुंच गई? हम लोग कहां उलझे हैं। आने वाले दिनों में यूपी की जनता बदलाव लाएगी। जर्मनी जाने के लिए बहुत सारे लोग तैयार हैं। मैं चेहरे पढ़ सकता हूं। मैं कोई रास्ता ढूंढूंगा। अगर बस से जर्मनी जा सकेंगे तो सबको लेकर जाऊंगा। कई देशों में घूमूंगा, क्योंकि हम लोगों के पास कोई काम नहीं। यह बात सही है कि हम लोगों को जर्मनी जाना चाहिए। वहां की व्यवस्थाओं को देखना चाहिए। जब कभी मौका मिलेगा, पार्टी से छुट्टी लेकर जाएंगे। सच्चे पत्रकारों को भी साथ लेकर जाऊंगा।
वहीं, जर्मनी के फ्रेंकफर्ट के सांसद राहुल कंबोज ने कहा, जर्मनी के अंदर जो भी अपॉर्च्युनिटी हैं, उनको आइडेंटिफाई करके इंडिया और लखनऊ लेकर आएं। उस पर हम काम कर रहे हैं। इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि जर्मनी जैसे संपन्न देश में हमें एक मित्र मिले हैं। इनसे हम लगातार संपर्क करके दूरियां कम करेंगे। मैंने सोचा था कि जब जर्मनी में इतनी अच्छी सड़क बन सकती है, तो उत्तर प्रदेश में इसके बराबर की सड़कें बनाने का हम लोग काम करेंगे। जब आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर चलते हैं तो वह दुनिया की बेहतरीन सड़कों में दिखाई देती है। हमें उम्मीद है आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की जनता बदलाव लाने का काम करेगी। आज सबसे ज्यादा जरूरत है एक-दूसरे के बीच में ब्रिज बनाएं, एक-दूसरे से मिलकर काम करें। आज की पीढ़ी को सबसे ज्यादा रोजगार की जरूरत है। मैंने जब फ्रेंकफर्ट का चिड़ियाघर देखा तो उससे बहुत प्रभावित हुआ। लौट कर मैंने चिड़ियाघर देखने वाले अधिकारियों को बुलाकर कहा कि आप भी वहां जाइए और जू देखकर आइए। वहां से लौट कर आने के बाद उन्होंने सुधार किया। उतना ही सुधरा, जितना उस समय हुआ था। अंतरराष्ट्रीय स्तर के आर्किटेक्ट से हम लोगों ने मुगल म्यूजियम का डिजाइन बनवाया, सिविल का काम पूरा भी हो गया, लेकिन भाजपा सरकार ने उसे चालू नहीं किया। यह देश का सबसे बेहतरीन म्यूजियम होता। इन बातों को इसलिए बता रहा हूं कि जब हम बाहर जाते हैं तो बहुत कुछ सीखने को मिलता है। दुनिया कहां से कहां पहुंच गई और हम कहां उलझे हैं।