मुंबई, 05 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। महाराष्ट्र चुनाव रिजल्ट के 13 दिन बाद नई सरकार बन गई है। देवेंद्र फडणवीस ने 10 साल में तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ऐसा करने वाले वह भाजपा के पहले नेता हैं। शपथ के बाद वे PM मोदी के पास गए और अभिनंदन किया। फडणवीस के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने डिप्टी CM पद की शपथ ली। शपथ से पहले उन्होंने बालासाहेब ठाकरे और आनंद दिघे का नाम लिया। प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को धन्यवाद दिया। वे राज्य के दूसरे नेता हैं जो CM के बाद डिप्टी CM बने। शिंदे के बाद NCP नेता अजित पवार ने डिप्टी CM की शपथ ली। वह छठी बार राज्य के डिप्टी CM बने हैं। वह महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों गठबंधन की सरकार में डिप्टी CM रहने वाले महाराष्ट्र के पहले नेता बन गए हैं। शपथ के आधे घंटे बाद फडणवीस, शिंदे और अजित मंत्रालय पहुंच गए। पहली कैबिनेट मीटिंग में देवेंद्र फडनवीस ने पुणे के मरीज चंद्रकांत शंकर कुरहाडे को इलाज के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष से 5 लाख रुपए की सहायता देने का फैसला लिया। शपथ समारोह मुंबई के आजाद मैदान में हुआ। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने तीनों नेताओं ने मराठी में शपथ ली। समारोह में PM मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी के अलावा नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू समेत NDA शासित 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के CM और डिप्टी CM शामिल हुए।
सीएम का चार्ज लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- हमारे रोल बदले हैं, हमारी दिशा नहीं बदली। सबको साथ लेकर चलने वाली सरकार आपको देखने मिलेगी। समस्याएं आएंगी तो हम लोग मिलकर रास्ता निकालकर महाराष्ट्र को आगे बढ़ाएंगे। लाडली बहन योजना में अभी 1500 रुपए दे रहे हैं, इसे बढ़ाकर 2100 करेंगे। पहले हम आर्थिक सोर्स मजबूत करेंगे, फिर इसे बढ़ाएंगे। 7, 8 और 9 दिसंबर को महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र होगा। 9 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा मंत्रिमंडल तय हो चुका है। इसमें ज्यादा बदलाव नहीं होंगे। शीतकालीन सत्र से पहले सभी मंत्रियों की शपथ कराकर पोर्टफोलिया बांट दिए जाएंगे। आपको बता दे, सीएम और दोनों डिप्टी सीएम के अलावा किसी मंत्री को शपथ नहीं दिलाई गई। हालांकि महायुति के बीच कैबिनेट बंटवारे को लेकर 6-1 का फॉर्मूला तय हुआ है। यानी 6 विधायक पर एक मंत्री पद मिलेगा। इसके तहत भाजपा को 20 से 22 मंत्री पद, एकनाथ शिंदे गुट को 12 और अजित पवार गुट को 9 से 10 मंत्री पद दिए जा सकते हैं। शपथ समारोह के बाद महायुती की बैठक होगी। आगे की रणनीति और मंत्रिमंडल के गठन पर चर्चा होगी।