मुंबई, 01 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर पहला भाषण दिया। उन्होंने भगवान शिव और गुरुनानक की फोटो दिखाते हुए स्पीच की शुरुआत की। राहुल गांधी ने आगे कहा कि लोकसभा में जय संविधान के साथ अपनी स्पीच शुरू की। कहा, अच्छा लग रहा है कि हर दो-तीन मिनट पर बीजेपी के लोग संविधान-संविधान कर रहे हैं। हमने देश के लोगों के साथ मिलकर इसकी रक्षा की है। पूरा विपक्ष आइडिया ऑफ इंडिया को बचा रहा है। उन्होंने कहा भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या ने बीजेपी को मैसेज दिया। फैजाबाद अवधेश पासी की ओर संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि ये मैसेज आपके सामने बैठे हुए हैं। मैंने कल कॉफी पीते हुए इनसे पूछा कि हुआ क्या। आपको कब पता लगा कि आप अयोध्या में जीत रहे हो। इन्होंने कहा कि पहले दिन से पता था। अयोध्या में एयरपोर्ट बना, जमीन छीनी गई और आज तक मुआवजा नहीं मिला। जो भी छोटे-छोटे दुकानदार थे, छोटी-छोटी बिल्डिंग्स थीं, सबको गिरा दिया गया और उन लोगों को सड़क पर कर दिया गया। अयोध्या के इनॉगरेशन में अयोध्या की जनता को बहुत दुख हुआ। अंबानी जी थे, अडाणी जी थे, लेकिन अयोध्या का कोई नहीं था। अयोध्या की जनता के दिल में नरेंद्र मोदी जी ने भय पैदा कर दिया। उनकी जमीन ले ली, घर गिरा दिए, लेकिन इनॉगरेशन तो छोड़ो, उसके बाहर तक नहीं जाने दिया।
राहुल गांधी ने भगवान शिव को अपने लिए प्रेरणा बताते हुए कहा कि उनसे विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष की प्रेरणा मिली। उनके बाएं हाथ में त्रिशूल का मतलब अहिंसा है। हमने बिना किसी हिंसा के सच की रक्षा की है। बीजेपी को निशाने पर लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उनके लिए सिर्फ सत्ता मायने रखती है। मुझ पर फर्जी मुकदमे किए गए। ईडी ने पूछताछ की, अफसर भी हैरान थे। इंडिया ब्लॉक के नेताओं को जेल में रखा है। ओबीसी-एससी-एसटी की बात करने वालों पर मुकदमे किए जा रहे हैं। भगवान शिव की तरह कांग्रेस पार्टी भी अभय मुद्रा में है। मुस्लिम, सिख धर्म में भी अभय मुद्रा दिखाई देती है। मोदी जी ने अपने भाषण में एक दिन कहा कि हिंदुस्तान ने कभी किसी पर हमला नहीं किया। इसका कारण है, हिंदुस्तान अहिंसा का देश है, यह डरता नहीं है। हमारे महापुरुषों ने यह संदेश दिया- डरो मत, डराओ मत। शिवजी कहते हैं- डरो मत, डराओ मत और त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं। राहुल ने कहा कि हिंदू डर नहीं फैला सकता। उन्होंने शिवजी की तस्वीर लहराई और कहा कि बीजेपी डर फैला रही है। अयोध्या से शुरू करता हूं। राहुल के इतना कहने पर अमित शाह खड़े हुए और कहा कि नियम इन पर लागू नहीं होता क्या। ये पूरी बीजेपी को हिंसा फैलाने वाला बता रहे हैं। हाउस ऑर्डर में नहीं है। सदन ऐसे नहीं चलेगा।
उन्होंने आगे कहा की, जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत... आप हिंदू हो ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है, सच का साथ देना चाहिए। राहुल गांधी के बयान पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया। पीएम मोदी अपनी चेयर पर उठकर खड़े हुए और इसे गंभीर बात बताया। पीएम मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर बात है। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और बीजेपी पूरा हिंदू समाज नहीं है। अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के नेता ने जो कहा, उन्हें इसकी माफी मांगनी चाहिए। इस धर्म पर करोड़ों लोग गर्व से हिंदू कहते हैं। मैं उनको गुजारिश करता हूं कि इस्लाम में अभय मुद्रा पर एक बार वो इस्लामिक विद्वानों की राय ले लें। इमरजेंसी के दौरान पूरे देश को डराने वालों को अभय की बात करने का कोई हक नहीं है। स्पीकर ओम बिरला ने सदस्यों को शांत कराते हुए कहा कि अभी बोलने दीजिए। हम सीरियस मैटर बाद में देखेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि माइक दीजिए सर। उन्होंने ये सवाल किया कि माइक का कंट्रोल किसके पास है सर। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सदन में एक व्यवस्था होती है। जब आसन की ओर से किसी व्यक्ति को बोलने के लिए कहा जाता है, तब उसका माइक शुरू किया जाता है। आपका माइक बंद नहीं किया जाता। राहुल ने कहा कि मेरे भाषण के बीच में माइक ऑफ हो जाता है, मैं क्या करूं। साथ ही, राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदीजी अयोध्या के लोगों की छोड़ो, बीजेपी वालों को डराते हैं। राजनाथ और गडकरी जी इनके सामने नमस्ते तक नहीं करते। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने राहुल से कहा- आप नीतियों पर बोलिए। किसी पर व्यक्तिगत आक्षेप करना उचित है क्या। पीएम मोदी खड़े हुए और कहा कि मुझे लोकतंत्र ने सिखाया है कि विपक्ष के नेता को गंभीरता से लेना चाहिए। इसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि ये जो मैंने अयोध्या पर बोला है, अनुराग ठाकुर जी अयोध्या की बात कर रहे थे, उस पर की है। राहुल ने यह भी कहा कि इन्होंने मुझे एक और बात बोली कि दो बार नरेंद्र मोदी ने टेस्ट किया कि क्या मैं (मोदी) अयोध्या में लड़ जाऊं। सर्वेयर्स ने कहा कि अयोध्या में मत जाना, वहां की जनता हरा देगी, इसलिए पीएम वाराणसी गए और वहां से बचकर निकले।