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NEET के बाद UPPSC परीक्षा में भी संकट: रिश्वतखोरी के आरोपों से परीक्षा की ईमानदारी पर सवाल, जांच जारी

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Posted On:Tuesday, July 2, 2024

उत्तर प्रदेश में पीसीएस न्यायिक परीक्षा में धांधली हुई थी। मुख्य परीक्षा में 50 उत्तर पुस्तिकाएं बदल दी गई थीं। यूपी लोक सेवा आयोग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में माना कि परीक्षा में धांधली हुई थी। आयोग पर पीसीएस उत्तर पुस्तिकाएं बदलने और रिश्वत के बदले अभ्यर्थियों को पास करने के आरोप हैं।यूपी में अधीनस्थ न्यायालयों में जजों की नियुक्ति पीसीएस न्यायिक परीक्षा के जरिए होती है। यूपी लोक सेवा आयोग ने कोर्ट में माना कि गलत कोडिंग करके उत्तर पुस्तिकाएं बदली गई थीं।

इस घटना में तीन जूनियर अफसरों को निलंबित कर दिया गया। हाईकोर्ट में अगली सुनवाई 8 जुलाई को है।उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पीसीएस जे अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका बदलने के कथित मामले में पांच अफसरों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। यूपीपीएससी सचिव अशोक कुमार ने बताया कि जांच में लापरवाही बरतने पर अनुभाग अधिकारी शिवशंकर, समीक्षा अधिकारी नीलम शुक्ला और सहायक समीक्षा अधिकारी भगवती देवी को निलंबित कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि पर्यवेक्षण अधिकारी ने उप सचिव सतीश चंद्र मिश्रा के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू करने का भी फैसला किया है। साथ ही सेवानिवृत्त सहायक समीक्षा अधिकारी चंद्रकला के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य सरकार से मंजूरी मांगी गई है।पीसीएस (जे) मुख्य परीक्षा-2022 के अभ्यर्थी श्रवण पांडेय ने आरटीआई के तहत अपनी उत्तर पुस्तिका का अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दावा किया कि उनकी अंग्रेजी उत्तर पुस्तिका की लिखावट अलग थी और दूसरी उत्तर पुस्तिका के कुछ पन्ने फटे हुए थे, जिससे वह मुख्य परीक्षा में पास नहीं हो पाए।

इसके बाद हाईकोर्ट ने 5 जून 2024 को यूपीपीएससी को याचिकाकर्ता की छह प्रश्नपत्र की उत्तर पुस्तिकाएं कोर्ट में लाने का निर्देश दिया। 7 जून 2024 को आयोग हाईकोर्ट में पेश हुआ और हलफनामा दाखिल कर बताया कि वह वर्तमान में मुख्य परीक्षा में शामिल सभी 3,019 अभ्यर्थियों की 18,042 उत्तर पुस्तिकाओं का अवलोकन कर रहा है, ताकि मूल्यांकन के दौरान गोपनीयता बनी रहे। इस बीच आयोग ने 20 जून से अभ्यर्थियों को उत्तर पुस्तिकाएं दिखाना शुरू कर दिया। पीसीएस-जे 2022 मुख्य परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी अपने रोल नंबर के आधार पर 30 जुलाई तक अपनी कॉपियां देख सकेंगे। फिलहाल 232 अभ्यर्थियों ने अपनी उत्तर पुस्तिकाएं अवलोकन कर ली हैं। यूपी न्यायिक सेवा सिविल जज (मुख्य) परीक्षा 2022, 22 मई से 25 मई 2023 तक आयोजित की गई थी। परिणाम 30 अगस्त 2023 को घोषित किए गए थे और अंक नवंबर 2023 में प्रकाशित किए गए थे।


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