भारत की ए टीम और इंग्लैंड लॉयंस के बीच नॉर्थम्प्टन के काउंटी ग्राउंड में चल रहा दूसरा अनऑफिशियल टेस्ट मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए कई मायनों में अहम साबित हो रहा है। यह मुकाबला न केवल युवा और सीनियर खिलाड़ियों की फॉर्म जांचने का एक बड़ा अवसर है, बल्कि इसके प्रदर्शन सीधे तौर पर भारत और इंग्लैंड के बीच आगामी टेस्ट सीरीज की संभावित प्लेइंग इलेवन को भी तय कर सकते हैं।
केएल राहुल की दमदार वापसी – 116 रनों की लाजवाब पारी
इस मुकाबले में सबसे बड़ी खबर रही अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल की जबरदस्त शतकीय पारी। इंग्लैंड के तेज और स्विंग गेंदबाजों का डटकर सामना करते हुए राहुल ने 168 गेंदों पर 116 रनों की शानदार पारी खेली। इस इनिंग में उन्होंने अपनी क्लास, अनुभव और तकनीकी कौशल का बेजोड़ प्रदर्शन किया।
राहुल इस दौरे में पहली बार मैदान पर उतरे थे और उन्होंने यह दिखा दिया कि वह अब भी टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम की अहम कड़ी हैं। उनकी यह पारी भारत ए के लिए न केवल स्कोरबोर्ड पर रन बढ़ाने वाली रही, बल्कि आने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भी मजबूत मिडिल ऑर्डर विकल्प के रूप में उन्हें स्थापित करती है।
ध्रुव जुरेल की हैट्रिक फिफ्टी – पंत की टेंशन बढ़ी?
जहां एक ओर राहुल ने अनुभव का जलवा दिखाया, वहीं युवा विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने एक बार फिर अपनी फॉर्म और निरंतरता से सभी को प्रभावित किया। जुरेल ने इस मैच में 87 गेंदों में 7 चौकों की मदद से 52 रन बनाए और यह उनका इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ लगातार तीसरा अर्धशतक रहा।
जुरेल की यह फॉर्म भारतीय टीम के लिए सकारात्मक संकेत है, लेकिन साथ ही यह टीम मैनेजमेंट को एक मीठी परेशानी भी दे रही है। ऋषभ पंत के होते हुए जुरेल को प्लेइंग इलेवन में जगह मिलना मुश्किल लग रहा है, लेकिन ऐसी निरंतरता उन्हें आने वाले वर्षों में भारत का पहला विकल्प बना सकती है।
राहुल और नायर की मजबूत साझेदारी
पारी की शुरुआत यशस्वी जायसवाल के साथ करने के बाद जब भारत के दो विकेट जल्दी गिर गए, तब राहुल ने करुण नायर के साथ मोर्चा संभाला। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 86 रनों की साझेदारी हुई। नायर, जो पिछले मैच में दोहरा शतक जड़ चुके थे, इस बार 40 रन बनाकर वोक्स की गेंद पर आउट हो गए।
लंच ब्रेक के बाद राहुल और नायर ने खुलकर बल्लेबाज़ी की और इंग्लिश गेंदबाज़ों पर दबाव बनाया। हालांकि नायर लंबी पारी नहीं खेल सके, लेकिन उन्होंने राहुल को स्थिरता प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई।
इंग्लैंड की वापसी – आखिरी सेशन में गिरे अहम विकेट
पहले दिन के तीसरे और अंतिम सेशन में इंग्लैंड ने जोरदार वापसी की। भारत एक समय तीन विकेट पर लगभग 250 रन बना चुका था और ऐसा लग रहा था कि टीम 400 के पार चली जाएगी। लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाज़ों ने बेहतरीन वापसी करते हुए जुरेल और राहुल के विकेट जल्दी-जल्दी निकाल दिए।
राहुल को जॉर्ज हिल ने आउट किया, वहीं ध्रुव जुरेल को क्रिस वोक्स ने चलता किया। इसके बाद नितीश कुमार रेड्डी भी ज्यादा देर तक टिक नहीं सके।
पहले दिन का स्कोर – 319/7
दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ए की टीम 319 रन पर 7 विकेट गंवा चुकी थी। क्रीज पर तनुष कोटियान और अंशुल कंबोज मौजूद थे और टीम का स्कोर अभी भी प्रतिस्पर्धी स्तर पर है। इंग्लैंड के लिए क्रिस वोक्स सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने तीन विकेट झटके, जबकि जॉर्ज हिल ने दो अहम विकेट लिए।
इस मैच का महत्त्व – कौन होगा टेस्ट सीरीज का हिस्सा?
भारत ए बनाम इंग्लैंड लॉयंस सीरीज का यह मुकाबला आगामी भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के लिए काफी निर्णायक साबित हो सकता है। जहां केएल राहुल ने अपनी जगह लगभग पक्की कर ली है, वहीं ध्रुव जुरेल ने भी एक मजबूत केस तैयार कर दिया है।
करुण नायर, यशस्वी जायसवाल, और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ी भी चयनकर्ताओं की नजर में हैं, लेकिन इस फॉर्म को अंतिम टेस्ट टीम में तब्दील करने के लिए इन खिलाड़ियों को निरंतरता बनाए रखनी होगी।
निष्कर्ष
इस टेस्ट मैच के पहले दिन केएल राहुल और ध्रुव जुरेल भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए दो बड़े सकारात्मक संकेत बनकर उभरे हैं। राहुल की वापसी टीम को अनुभव देगी, वहीं जुरेल जैसी नई प्रतिभा भारत के भविष्य को सुरक्षित बना रही है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि दूसरे दिन भारत का स्कोर कहां तक पहुंचता है और क्या कोई और खिलाड़ी टेस्ट सीरीज से पहले अपनी दावेदारी और मज़बूत करता है या नहीं। लेकिन इतना तय है कि इस मैच ने आने वाली सीरीज को लेकर कई नए समीकरण खड़े कर दिए हैं।