आईपीएल 2025 का मंगलवार का मुकाबला सिर्फ दिल्ली कैपिटल्स बनाम लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) का एक आम मैच नहीं था, बल्कि यह केएल राहुल बनाम संजीव गोयनका की भिड़ंत भी बन गया। पिछले सीजन में कप्तानी के दौरान दोनों के बीच हुए टकराव को किसी ने नहीं भुलाया है, और अब राहुल ने मैदान पर बल्ले से अपने पूर्व मालिक को करारा जवाब दे दिया।
दिल्ली की जीत में राहुल का शानदार योगदान
केएल राहुल, जो अब दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा हैं, ने इस मुकाबले में 57 रनों की शानदार पारी खेली। उनकी इस पारी में 3 चौके और 3 छक्के शामिल रहे। राहुल की इस दमदार पारी की बदौलत दिल्ली ने लखनऊ को 8 विकेट से हराया, और 2 अंक हासिल किए।
राहुल ने न सिर्फ दिल्ली के लिए जीत की नींव रखी, बल्कि लखनऊ के प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदों को भी बड़ा झटका दिया।
गोयनका से मुलाकात से बचते दिखे राहुल
मैच खत्म होने के बाद एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला। लखनऊ के मालिक संजीव गोयनका, जो कभी राहुल के सबसे बड़े समर्थक माने जाते थे, मैच के बाद उनसे हाथ मिलाने और बात करने के लिए आगे बढ़े। लेकिन राहुल ने उनकी ओर देखने तक से परहेज किया और सीधे डगआउट की ओर बढ़ गए।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और फैन्स इसे राहुल का "मौन बदला" कह रहे हैं।
सोशल मीडिया पर गोयनका का रिएक्शन वायरल
राहुल के विजयी छक्के के बाद कैमरे ने गोयनका का रिएक्शन कैद कर लिया, जहां वे खामोशी से सिर झुकाए बैठे नजर आए। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह पल पछतावे भरा था। आखिर राहुल वही खिलाड़ी हैं, जिन्होंने लखनऊ को दो बार प्लेऑफ तक पहुंचाया था, लेकिन कप्तान और मालिक के बीच संबंधों में खटास के चलते वह टीम से अलग हो गए।
राहुल ने किया सही फैसला?
आईपीएल 2025 के ऑक्शन से पहले जब राहुल ने खुद को रिलीज़ करने का फैसला किया, तो कई लोग हैरान थे। लेकिन अब उनकी फॉर्म और प्रदर्शन देखकर लगता है कि उन्होंने बिल्कुल सही निर्णय लिया। दिल्ली में उन्हें नया सपोर्ट सिस्टम मिला और वह बेफिक्र होकर बल्लेबाजी कर रहे हैं।
दूसरी ओर, लखनऊ ने कप्तानी की जिम्मेदारी ऋषभ पंत को दी, जो अब तक टीम को मजबूती से लीड करने में विफल रहे हैं।
क्या कहते हैं क्रिकेट विशेषज्ञ?
क्रिकेट विश्लेषकों का मानना है कि केएल राहुल ने ना सिर्फ एक खिलाड़ी की तरह, बल्कि एक लीडर की तरह वापसी की है। उनके शांत स्वभाव के पीछे एक दृढ़ संकल्प नजर आता है। यह प्रदर्शन यह साबित करता है कि अगर खिलाड़ियों को सही माहौल मिले, तो वे किसी भी हालात में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
केएल राहुल और संजीव गोयनका की कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि ईगो, संबंधों और सम्मान की लड़ाई है। इस बार राहुल ने बल्ले से अपना जवाब दे दिया है — बिना एक शब्द बोले।
आने वाले मुकाबलों में अगर दिल्ली कैपिटल्स प्लेऑफ तक पहुंचती है, तो इसमें राहुल की यह पारी मील का पत्थर साबित हो सकती है।