इस्लामाबाद/रावलपिंडी: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान की मौत को लेकर सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से अटकलों और अलग-अलग दावों की बाढ़ आई हुई है, जिसने पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर भूचाल ला दिया है। ये अटकलें तब और तेज हो गईं जब बलूचिस्तान के विदेश मंत्रालय (Balochistan Foreign Ministry) ने एक बेहद गंभीर आरोप लगाया। बलूचिस्तान के विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि पाकिस्तान की प्रमुख खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) ने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के साथ मिलकर रावलपिंडी की अदियाला जेल के अंदर इमरान खान की हत्या की साजिश रची थी। इस सनसनीखेज आरोप ने देश की राजनीतिक और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
परिवार और समर्थक जेल के बाहर जमा
इन अफवाहों और गंभीर आरोपों के बीच, इमरान खान के परिवार के सदस्य और PTI समर्थक रावलपिंडी सेंट्रल जेल (अदियाला जेल) के बाहर बड़ी संख्या में जमा हो गए हैं। वे पूर्व प्रधानमंत्री की वास्तविक हालत, सुरक्षा और उनके ठिकाने के बारे में आधिकारिक जानकारी की मांग कर रहे हैं। हालांकि, आधिकारिक सूत्रों या जेल प्रशासन की ओर से इमरान खान की हालत पर कोई स्पष्ट बयान सामने नहीं आया है, जिससे समर्थकों की बेचैनी बढ़ती जा रही है।
अदियाला सेंट्रल जेल का इतिहास
जिस अदियाला जेल को लेकर ये गंभीर आरोप लगाए गए हैं, वह पाकिस्तान की सबसे महत्वपूर्ण और कुख्यात जेलों में से एक है।
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स्थापना: अदियाला सेंट्रल जेल का निर्माण 1970 के दशक के आखिर और 1980 के दशक की शुरुआत में जनरल मुहम्मद ज़िया-उल-हक के मिलिट्री शासन के दौरान रावलपिंडी के अदियाला गांव से लगभग 4 किलोमीटर दूर किया गया था।
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पृष्ठभूमि: इस जेल का इतिहास भी पाकिस्तानी राजनीति से जुड़ा है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री, ज़ुल्फिकार अली भुट्टो को 1979 में रावलपिंडी की पुरानी डिस्ट्रिक्ट जेल में फांसी दी गई थी। उनकी फांसी के बाद, पुरानी जेल को ध्वस्त कर दिया गया और उस जगह को जिन्ना पार्क में बदल दिया गया। इसके बाद, एक नई जगह पर यह विशाल जेल बनाई गई और इसका नाम अदियाला जेल रखा गया।
इमरान खान और अन्य जाने-माने कैदी
अदियाला जेल अक्सर पाकिस्तान के हाई-प्रोफाइल राजनीतिक कैदियों को रखने के लिए चर्चा में रहती है। इमरान खान वर्तमान में कई मामलों में इसी जेल में बंद हैं, जिसमें तोशखाना भ्रष्टाचार मामला भी शामिल है, जहां उन पर और उनकी पत्नी पर सरकारी तोहफ़ों को गैर-कानूनी तरीके से बेचने या उनका गलत इस्तेमाल करने का आरोप है। 2025 के आखिर तक, उन पर भ्रष्टाचार, सत्ता का दुरुपयोग और अशांति भड़काने जैसे कई और आरोप भी लगे हैं।
अदियाला जेल में बंद रहे कुछ अन्य जाने-माने कैदियों में शामिल हैं:
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नवाज शरीफ (पूर्व प्रधानमंत्री): भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें कई बार यहां रखा गया था।
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मरियम नवाज: नवाज शरीफ की बेटी, जिन्हें एवनफील्ड भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराया गया था।
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मुहम्मद सफदर अवान: मरियम नवाज के पति, जिन्हें उसी एवनफील्ड मामले में सजा सुनाई गई थी।
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आसिफ अली जरदारी (पाकिस्तानी राष्ट्रपति): उन्हें अगस्त 2019 में ‘फर्जी बैंक अकाउंट’ केस और अन्य भ्रष्टाचार के मामलों के सिलसिले में ज्यूडिशियल रिमांड पर रखा गया था।
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यूसुफ रजा गिलानी (पूर्व प्रधानमंत्री): उन्हें नेशनल असेंबली के स्पीकर के तौर पर अपने अधिकार का गलत इस्तेमाल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और जेल में रखा गया था।
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एरिक एंथनी ऑड: अमेरिकन एक्टर और स्टंटमैन, जिन्हें ड्रग-ट्रैफिकिंग के आरोप में यहां रखा गया था।
इमरान खान की मौत की अफवाहों के बीच, बलूचिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा ISI पर लगाए गए हत्या की साजिश के आरोपों ने स्थिति को और भी विस्फोटक बना दिया है। जेल के अंदर की सुरक्षा और पूर्व प्रधानमंत्री की हालत को लेकर आधिकारिक चुप्पी से पाकिस्तान में राजनीतिक तनाव चरम पर है।