आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अमेरिका ने बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और इसके एक खतरनाक धड़े ‘मजीद ब्रिगेड’ को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO - Foreign Terrorist Organisation) घोषित कर दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग की इस घोषणा के बाद इन संगठनों की वैश्विक गतिविधियों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। अमेरिका अब इन संगठनों की संपत्ति जब्त कर सकता है, उनके सदस्यों पर प्रतिबंध लगा सकता है और उन्हें किसी भी अमेरिकी सहायता या संसाधन से वंचित कर सकता है।
🔹 पाकिस्तानी सेना प्रमुख की अपील का असर?
इस फैसले को पाकिस्तान के लिए राजनयिक सफलता माना जा रहा है। हाल ही में पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल आसिम मुनीर ने अमेरिका से अपील की थी कि बलूच उग्रवादियों को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया जाए। उन्होंने अमेरिका और अन्य देशों से आग्रह किया था कि वे BLA को एक खतरनाक आतंकवादी संगठन के रूप में मान्यता दें और इसके खिलाफ वैश्विक स्तर पर कार्रवाई करें।
11 अगस्त 2025 को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो द्वारा की गई इस घोषणा को इसी दिशा में उठाया गया ठोस कदम माना जा रहा है।
🔹 कौन है बलूच लिबरेशन आर्मी और मजीद ब्रिगेड?
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सक्रिय एक उग्रवादी संगठन है, जो "स्वतंत्र बलूचिस्तान" की मांग करता है। संगठन का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण कर रही है और वहां के लोगों के अधिकारों की उपेक्षा कर रही है।
‘मजीद ब्रिगेड’, BLA का एक आत्मघाती हमला करने वाला विशेष यूनिट है, जो हाई-प्रोफाइल टारगेट्स पर हमलों के लिए जाना जाता है। यह ब्रिगेड पिछले कुछ वर्षों में कराची, ग्वादर और क्वेटा जैसे संवेदनशील इलाकों में कई भीषण हमलों की जिम्मेदारी ले चुकी है।
🔹 पहले भी लग चुका है आतंकी का ठप्पा
यह पहली बार नहीं है जब BLA पर अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई हुई हो। 2019 में, अमेरिका ने BLA को "स्पेशली डिज़िग्नेटेड ग्लोबल टेररिस्ट (SDGT)" की लिस्ट में डाला था। लेकिन अब संगठन को FTO घोषित करने से उसकी अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों पर कानूनी कार्रवाई करना आसान होगा।
🔹 हाल के आतंकी हमलों का रिकॉर्ड
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, BLA और मजीद ब्रिगेड हाल के वर्षों में कई भीषण आतंकी हमलों में शामिल रहे हैं:
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2024: कराची एयरपोर्ट और ग्वादर पोर्ट पर आत्मघाती हमला
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2025: जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक — 31 यात्रियों की हत्या और 300 से अधिक बंधक बनाए गए
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इसके अलावा, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स पर भी इन संगठनों ने हमले किए हैं।
🔹 पाकिस्तान को मिलेगी राहत?
पाकिस्तान लंबे समय से बलूच उग्रवाद को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा मानता रहा है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह मुद्दा उठाते हुए पाकिस्तान ने बार-बार कहा है कि बलूच आतंकवाद को विदेशी समर्थन प्राप्त है।
अमेरिका के इस कदम से पाकिस्तान को उम्मीद है कि अब वैश्विक मंचों पर BLA के खिलाफ कार्रवाई करने में सहयोग मिलेगा। साथ ही, BLA की गतिविधियों पर भी दबाव बढ़ेगा।
🔚 निष्कर्ष:
अमेरिका द्वारा BLA और मजीद ब्रिगेड को Foreign Terrorist Organisation (FTO) घोषित करना केवल पाकिस्तान के लिए ही नहीं, बल्कि दक्षिण एशिया की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय है। इससे संकेत मिलता है कि अमेरिका आतंकवाद के मुद्दे पर किसी तरह की ढिलाई नहीं बरतेगा, चाहे मामला क्षेत्रीय असंतोष का हो या उग्रवाद का।
अब देखने वाली बात होगी कि इस कदम के बाद बलूच उग्रवाद पर क्या असर पड़ता है, और क्या पाकिस्तान इस निर्णय का लाभ उठाकर अपने सुरक्षा ढांचे को और मजबूत कर पाता है या नहीं।