नेपाल में सुशीला कार्की के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने मंत्रिमंडल विस्तार की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। तीन नए मंत्रियों के नाम तय कर उन्हें आज शपथ दिलाई जाएगी, जिसमें सबसे खास नाम रामेश्वर खनाल का है। उन्हें नेपाल का अंतरिम वित्त मंत्री बनाया गया है। आइए, इस महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव और रामेश्वर खनाल के बारे में विस्तार से जानते हैं।
रामेश्वर खनाल: Gen-Z की पसंद और आर्थिक सुधारों के प्रबल समर्थक
रामेश्वर खनाल नेपाल के पूर्व वित्त सचिव रह चुके हैं और उन्हें आर्थिक सुधारों का कट्टर समर्थक माना जाता है। वे नेपाल की आर्थिक नीतियों के गहरे जानकार हैं और बजट निर्माण, टैक्स सुधारों में उनका योगदान काफी सराहा गया है। एक अनुभवी सिविल सर्वेंट के तौर पर खनाल ने नीति निर्माण में गहरी पकड़ बनाई है। वे कई बार सार्वजनिक मंचों और मीडिया पर विकास, आर्थिक नीतियों और सुशासन से जुड़े मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करते देखे गए हैं।
उनकी छवि खास तौर पर उन युवाओं और जनरेशन-जी (Gen-Z) के बीच लोकप्रिय है जो आर्थिक सुधार और पारदर्शी प्रशासन की उम्मीद करते हैं। नेपाल की बढ़ती आर्थिक चुनौतियों से निपटने में उनकी भूमिका अहम मानी जा रही है।
आर्थिक संकट में रामेश्वर खनाल की विशेष भूमिका
नेपाल वर्तमान में विदेशी मुद्रा भंडार की कमी और महंगाई जैसी गंभीर आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है। ऐसे में रामेश्वर खनाल ने देश के आर्थिक संकट को दूर करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। वे नीति-निर्माण और आर्थिक सुधारों के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर भी सक्रिय रहे हैं। नौकरी से रिटायरमेंट के बाद भी वे आर्थिक मामलों पर अपनी राय देते और सुझाव देते रहे हैं, जिससे उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों के बीच एक सम्मानित स्थान मिला है।
उनका भारत के साथ पुराना और मजबूत रिश्ता भी नेपाल की आर्थिक स्थिरता के लिए एक अहम कड़ी माना जाता है। नेपाल-भारत संबंधों में सहयोग बढ़ाने और आर्थिक परियोजनाओं को गति देने में खनाल की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है।
मंत्रिमंडल में और कौन-कौन से नाम शामिल हैं?
सुशीला कार्की की अंतरिम सरकार में आज तीन मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। कुलमान घिसिंग को ऊर्जा मंत्री के रूप में नियुक्त किया जाएगा। वह नेपाल विद्युत प्राधिकरण के पूर्व महानिदेशक हैं और ऊर्जा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव के लिए जाने जाते हैं। उनके नेतृत्व में लोडशेडिंग और जलविद्युत परियोजनाओं में सुधार हुआ था।
ओम प्रकाश आर्याल को गृह मंत्री बनाया जाएगा। वे सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख वकील और भ्रष्टाचार तथा नागरिक अधिकारों के मामलों में एक सक्रिय आवाज रहे हैं। कार्की सरकार में उनकी नियुक्ति से कानून व्यवस्था और प्रशासनिक सुधारों को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
संभावित अन्य नाम और विभाग
मंत्रिमंडल विस्तार में बालानंद शर्मा का नाम भी चर्चा में है। उन्हें रक्षा मंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है। बालानंद शर्मा ने गृह युद्ध के बाद पूर्व माओवादी लड़ाकों को सेना में शामिल करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिससे उनकी सेना में एक अलग पहचान बनी है।
युवा तथा खेलकूद मंत्रालय के लिए पारस खड़का और फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर एवं यातायात मंत्री के लिए असीम मान सिंह बस्नेत के नामों पर भी विचार किया जा रहा है। इन नामों के शामिल होने से सरकार की कार्यक्षमता और व्यापक सामाजिक आधार मजबूत होगा।
निष्कर्ष
सुशीला कार्की की अंतरिम सरकार का यह मंत्रिमंडल विस्तार नेपाल के राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य में एक नई दिशा देने वाला माना जा रहा है। खासकर रामेश्वर खनाल की वित्त मंत्री के रूप में नियुक्ति आर्थिक सुधारों को गति देने के साथ-साथ युवा पीढ़ी के बीच उम्मीदों को बढ़ा रही है।
यह मंत्रिमंडल न केवल अनुभव और कौशल के आधार पर गठित हुआ है, बल्कि इसमें सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन भी देखने को मिलता है। आने वाले समय में यह सरकार नेपाल की स्थिरता, विकास और सुशासन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने की उम्मीद है।