मुंबई, 07 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो से फोन पर बातचीत की। सुनक ने ट्रूडो से भारत-कनाडा विवाद को कम करने की अपील की। PM ने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच बातचीत से कूटनीतिक विवाद में कमी आएगी। इस दौरान ब्रिटिश PM ने ट्रूडो को भारत में कनाडा के राजनयिकों से संबंधित स्थिति से अवगत कराया गया। सुनक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सभी देशों को संप्रभुता और कानून के शासन का सम्मान करना चाहिए, इसमें वियना कन्वेंशन के नियम भी शामिल हैं। सुनक ने आगे कहा कि यह देखकर परेशान हूं कि दुरईस्वामी को गुरुद्वारा समिति के साथ बैठक करने से रोक दिया गया। ब्रिटेन के विदेश मंत्री ऐनी मैरी ट्रेवेलियन ने कहा कि विदेशी राजनयिकों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है और ब्रिटेन में पूजा स्थल सभी के लिए खुले होने चाहिए।
तो वहीं, इंग्लैंड में भारत के राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला भी सामने आया है। इंग्लैंड में भारतीय दूतावास पर हमला करने वाले भारत के मोस्ट वांटेड UK में दल खालसा से जुड़े खालिस्तानी गुरचरण सिंह ने अब अंग्रेजों की धरती पर तिरंगे का अपमान किया। दरअसल, कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित गुरुद्वारा की पार्किंग में 18 जून 2023 की शाम खालिस्तान टाइगर फोर्स के चीफ आतंकी हरदीप सिंह निज्जर पर दो युवकों ने फायरिंग कर दी थी। निज्जर की मौके पर ही मौत हो गई। निज्जर को भारत ने भगोड़ा घोषित कर रखा था और इस पर 10 लाख रुपए का इनाम भी था। 3 महीने बाद यानी 18 सितंबर 2023 को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स यानी वहां की संसद में एक बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जून में ब्रिटिश कोलंबिया में निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट्स का हाथ हो सकता है। ट्रूडो का इशारा भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ की तरफ था।