मुंबई, 20 नवंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। नॉर्वे, फिनलैंड और डेनमार्क ने युद्ध अलर्ट जारी किया है। इन देशों ने अपने नागरिकों से जरूरी सामानों का स्टॉक रखने और अपने सैनिकों को जंग के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। दरअसल, इन देशों की सीमाएं रूस और यूक्रेन से सटी हैं। यूक्रेन पर परमाणु हमले की स्थिति में इन देशों पर असर पड़ सकता है। नॉर्वे ने पर्चे बांटकर अपने नागरिकों को युद्ध को लेकर आगाह किया है। स्वीडन ने भी अपने 52 लाख से ज्यादा नागरिकों को पर्चे भेजे हैं। उन्होंने परमाणु युद्ध के दौरान विकिरण से बचाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली आयोडीन की गोलियां रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं, तनाव के बीच अमेरिका ने यूक्रेन की राजधानी कीव में अपनी एम्बेसी बंद कर दी है। इसके अलावा इटली, ग्रीस और स्पेन ने भी एक दिन के लिए कीव दूतावास बंद रखने का फैसला किया है।
तो वहीं, अमेरिकी एम्बेसी ने अपने कर्मचारियों को सुरक्षित जगह पर रहने को कहा है। इसके साथ ही यूक्रेन में रहने वाले अमेरिकी यात्रियों को भी सावधानी बरतने को कहा है और किसी खतरे की स्थिति में सुरक्षित जगह पर जाने के लिए तैयार रहने की सलाह दी है। बाइडेन प्रशासन ने 3 दिन पहले यूक्रेन को लंबी दूरी के मिसाइल का रूस में इस्तेमाल करने की इजाजत दी थी। इसके बाद से दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। आपको बता दें, फिनलैंड की रूस के साथ 1340 किमी से ज्यादा सीमा जुड़ी हुई है। फिनलैंड सरकार ने युद्ध की स्थिति में आम लोगों की मदद के लिए नई वेबसाइट लॉन्च की है। फिनलैंड ने ऑनलाइन संदेश में कहा कि यदि देश पर हमला होता है तो सरकार क्या करेगी। साथ ही, फिनलैंड ने अपने नागरिकों से युद्ध के चलते बिजली कटौती से निपटने के लिए बैक-अप पावर सप्लाई की व्यवस्था रखने को कहा है। लोगों से कम ऊर्जा में पकने वाले खाद्य पदार्थ तैयार रखने को कहा है। फिनलैंड 2023 में नाटो में शामिल हुआ था। NATO के सबसे नए सदस्य स्वीडन का बॉर्डर रूस से जुड़ा हुआ नहीं है, फिर भी उसने अपने नागरिकों के लिए युद्ध की स्थिति के लिए गाइडलाइन से जुड़ी एक बुकलेट ‘इन केस ऑफ क्राइसिस ऑफ वॉर’ जारी की है। इसमें कहा है कि युद्ध की आपात स्थिति से निपटने के लिए 72 घंटे के लिए भोजन और पीने का पानी स्टोर करके रखें। स्वीडन ने नागरिकों को आलू, गोभी, गाजर और अंडे आदि का पर्याप्त स्टॉक रखने का सुझाव दिया है।