मुंबई, 19 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। इजराइल ने गाजा में हमास के प्रधानमंत्री इस्साम दिब अब्दुल्ला अल-दालीस को मार गिराया है। इजराइल डिफेंस फोर्सेस ने अब्दुल्ला की मौत की पुष्टि की है। अब्दुल्ला ने जुलाई 2024 में रूही मुश्ताहा की मौत के बाद उसकी जगह ली थी। अब्दुल्ला गाजा में हमास की सरकार चलाता था। उसके पास हमास के संगठन और लड़ाकों की गतिविधियों की जिम्मेदारी भी थी। पिछले 24 घंटे में इजराइल ने हवाई हमलों में हमास के 3 बड़े आतंकियों को भी मार गिराया है। इनमें हमास के कमांडर और पॉलिटिकल लीडर महमूद मारजूक अहमद अबू-वत्फा, बहजत हसन मोहम्मद अबू-सल्तान और अहमद ओमर अब्दुल्ला अल-हाता शामिल हैं। इसके अलावा गाजा में मौजूद US ऑफिस पर इजराइली हमले में में 1 विदेशी नागरिक की मौत हो गई और 4 लोग घायल हो गए। भारत ने गाजा के हालात पर चिंता जाहिर की है। इजराइल ने हमास के 19 जनवरी को शुरू हुए सीजफायर को खत्म कर दिया है। मंगलवार तड़के इजराइल ने गाजा में कई हवाई हमले किए। इनमें 400 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। मंगलवार शाम इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू ने जंग दोबारा शुरू करने को लेकर बयान भी दिया।
नेतन्याहू ने कहा, इजराइल लड़ेगा और जीतेगा। हम अपने लोगों को घर वापस लाएंगे। जब तक हम हमास को खत्म नहीं कर देते, तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे और न ही चैन से बैठेंगे। हमास ने बंधकों की रिहाई के लिए दिए गए हर प्रस्ताव को ठुकरा दिया। हमें उम्मीद थी कि हमास अपना रुख बदलेगा, इसलिए बीते 2 हफ्ते तक हमने कोई कार्रवाई नहीं की। मैंने कल (सोमवार को) हमास के खिलाफ सैन्य अभियान को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है। इजराइल का निशाना हमास के आतंकवादी हैं, न कि फिलिस्तीनी नागरिक। ये आतंकवादी नागरिक इलाकों में छिपते हैं और उन्हें मानव ढाल की तरह इस्तेमाल करते हैं। नागरिकों की मौत के लिए हमास जिम्मेदार है। मैं गाजा के लोगों से अपील करता हूं कि हमास के आतंकवादियों से दूर रहें, सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। इजराइल के समर्थन के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प का धन्यवाद। अमेरिका के साथ हमारा गठबंधन पहले से कहीं ज्यादा मजबूत है। नेतन्याहू के खिलाफ 40 हजार लोग सड़क पर उतरे
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ इजराइल में मंगलवार देर रात 40 हजार से ज्यादा लोग सड़क पर उतरे। प्रदर्शनकारी इजराइली खुफिया एजेंसी शिन बेट के चीफ रोनन बार को हटाने के फैसले का विरोध कर रहे थे। नेतन्याहू पर आरोप है कि वो रोनन को इसलिए हटाना चाहते हैं, जिससे हमास और कतर के साथ नेतन्याहू के सहयोगियों की गुप्त डील की जांच रोकी जा सके। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के पूर्व चीफ तामिर पारदो ने नेतन्याहू को देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया है। इजराइल के अटॉर्नी जनरल गाली बहारव-मीआरा ने शिन बेट के चीफ रोनन बार को हटाने के फैसले को अवैध करार दिया है। दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि नेतन्याहू ने गाजा फिर से शुरू कर दिया, ताकि दक्षिणपंथी मंत्री बेन ग्विर को फिर से कैबिनेट में ला सकें।