1 जुलाई 2025 को देश के सबसे पुराने और भरोसेमंद बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपना 70वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। यह दिन केवल बैंक के लिए नहीं, बल्कि देश के करोड़ों ग्राहकों और भारतीय बैंकिंग प्रणाली के लिए भी एक ऐतिहासिक अवसर है। 1955 में स्थापित हुआ यह बैंक आज 70 वर्ष का हो गया है और अब 8वें दशक में कदम रख चुका है। इस खास मौके पर बैंक ने पर्यावरण संरक्षण और डिजिटल नवाचार को लेकर कई बड़े ऐलान किए हैं।
70 वर्षों की सेवा का सफर
1955 में जब भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना हुई थी, तब से लेकर आज तक यह बैंक भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी बना हुआ है। आज बैंक के पास 66 ट्रिलियन रुपये की बैलेंस शीट है और यह 52 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों को सेवाएं दे रहा है। 22,000 से अधिक ब्रांच, 65,000+ ATM और 76,000 से ज्यादा आउटलेट्स के जरिए SBI ने गांव से लेकर शहर तक अपनी पकड़ मजबूत की है।
स्थापना दिवस पर SBI का बड़ा एलान
SBI ने इस खास मौके पर एक अहम योजना की घोषणा की है। बैंक ने कहा है कि वह वित्त वर्ष 2027 तक 40 लाख घरों को सौर ऊर्जा से लैस करेगा। यह योजना भारत सरकार के नेट ज़ीरो 2070 लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बैंक ने बताया कि वह रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट्स, AI बेस्ड बैंकिंग सॉल्यूशन्स, और मॉडर्न ATM सुविधाएं ग्राहकों को उपलब्ध कराएगा।
SBI की ओर से जारी बयान में कहा गया,
“हम न केवल देश के सबसे बड़े ऋणदाता हैं, बल्कि हर भारतीय के जीवन में भरोसे का नाम हैं। हम ग्रीन एनर्जी, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और ग्राहकों के अनुभव को सुधारने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं।”
डिजिटल इंडिया का मजबूत साथी – YONO
SBI के डिजिटल प्लेटफॉर्म YONO (You Only Need One) के जरिए बैंक ने युवाओं और टेक-सैवी ग्राहकों को ध्यान में रखते हुए डिजिटल बैंकिंग को सरल बनाया है। YONO ऐप से न सिर्फ खाताधारक ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, बल्कि लोन से लेकर इंश्योरेंस, इन्वेस्टमेंट और शॉपिंग जैसी सेवाएं भी एक क्लिक में उपलब्ध हैं।
छह सहयोगी बैंकों का SBI में विलय
बैंक की मजबूती की एक और बड़ी वजह रही है इसके 6 सहयोगी बैंकों का विलय, जो 1 अप्रैल 2017 को हुआ था। इनमें शामिल थे:
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स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (SBBJ)
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स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (SBM)
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स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (SBT)
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स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (SBH)
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स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (SBP)
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भारतीय महिला बैंक (BMB)
इस विलय के बाद SBI ने अपना नेटवर्क और ग्राहक आधार और भी व्यापक किया, जिससे बैंक का परिचालन पहले से कहीं अधिक प्रभावशाली हो गया।
दुनिया के टॉप 50 बैंकों में शामिल
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया न केवल भारत का सबसे बड़ा बैंक है, बल्कि यह दुनिया के शीर्ष 50 बैंकों में भी अपनी जगह बनाए हुए है। इसकी वैश्विक उपस्थिति, मजबूत बैलेंस शीट और करोड़ों ग्राहकों के भरोसे ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक मजबूत पहचान दी है।
आगे की राह – स्थिरता और नवाचार
SBI अब पर्यावरणीय स्थिरता, वित्तीय समावेशन और डिजिटल नवाचार की ओर अपने कदम और तेज़ कर रहा है। बैंक की योजनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि आने वाले वर्षों में भी SBI न केवल बैंकिंग सेवाओं का नेतृत्व करेगा, बल्कि देश की सामाजिक-आर्थिक तरक्की में भी एक अहम भागीदार बना रहेगा।
निष्कर्ष:
70 वर्षों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने जिस तरह से खुद को स्थापित किया है, वह किसी मिसाल से कम नहीं है। चाहे गांव हो या शहर, किसान हो या व्यापारी, छात्र हो या वरिष्ठ नागरिक — हर भारतीय की जिंदगी में SBI की एक अहम भूमिका रही है। आज जब बैंक अपना 70वां स्थापना दिवस मना रहा है, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि यह केवल एक बैंक नहीं, बल्कि “हर भारतीय के विश्वास की पहचान” बन चुका है।