टीवी शो FIR और भाभी जी घर पर हैं की चर्चित अभिनेत्री खुशबू बी कमल ने हाल ही में भारतीय कॉमेडी की बदलती दुनिया पर कड़ीआलोचना की है। खुशबू ने खासकर उर्फी जावेद, कुशा कपूर और समाय रैना जैसे सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और कॉमेडियनों को घेरा, जिन्होंने हास्य के नाम पर वल्गैरिटी और सस्ते शोशे को बढ़ावा दिया है। खुशबू के अनुसार, इन "कॉमेडियनों" ने हास्य को उसकी असलीभावना से वंचित कर दिया है, जहां हर फ्लॉप जोक के बाद या तो कपड़े उतारने की बारी आती है या गालियों का सहारा लिया जाता है।
खुशबू ने कहा, “उर्फी जावेद, कुशा कपिला, समाय रैना—यह कोई अभिनेता नहीं, ये तो केवल ध्यान आकर्षित करने वाले लोग हैं।“उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ये लोग कॉमेडी को एक तरह का तमाशा बना रहे हैं, जहां अगर जोक फनी नहीं बनाता तो, फिर या तो नग्नता या गालियां दी जाती हैं। वह इसे केवल "बुरा ट्रेँड" मानती हैं, न कि असली कॉमेडी।
कुशबू ने पुराने समय के कॉमेडियनों जैसे जॉनी लीवर, डेविड धवन और हृषिकेश मुखर्जी की सराहना की, जिन्होंने हास्य को बिना गालियोंया "देखो मुझे" वाले तत्वों के साथ बेहतरीन तरीके से पेश किया। "कपिल शर्मा और भारती सिंह भी बिना किसी सीमा को पार किए फनीहैं, लोगो को हसाँते हैं। लेकिन ये 'कॉमेडियन' जो हैं, इन्होंने हास्य की आत्मा को खत्म कर दिया है," खुशबू ने कहा।
अंत में, खुशबू ने इस नए ट्रेंड पर गंभीर चिंता व्यक्त की, खासकर युवा दर्शकों पर इसके असर को लेकर। "क्या हम सच में चाहते हैं किहमारे बच्चे यह समझें कि हंसी पाने के लिए कपड़े उतारना या गालियां देना ही तरीका है?" खुशबू ने यह सवाल उठाया और डिजिटलप्लेटफॉर्म्स को एक "हार्ड रीसेट" की आवश्यकता जताई। उनकी बातों से यह साफ है कि वह चाहती हैं कि कॉमेडी को उसके असली रूप मेंवापस लाया जाए, और इसे एक स्वस्थ मनोरंजन का हिस्सा बनाकर बच्चों और युवा पीढ़ी के लिए सही उदाहरण पेश किया जाए।