इंडियन आर्मी ने रामबन-गूल रोड पर बैली ब्रिज बनाकर दिया जनजीवन को राहत — लेफ्टिनेंट कर्नल विजय शर्मा ने परियोजना की अगुवाई की; पहले आगरा में भी निभाईं चुनौतीपूर्ण तैनातियाँ
रामबन/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के रामबन-गूल मार्ग पर आर्मी इंजीनियर्स ने एक बैली ब्रिज का निर्माण पूरा कर दिया है, जिसे लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने वर्चुअली उद्घाटित किया। प्रशासन के अनुसार यह ब्रिज रामबन, संगलदान और गूल क्षेत्रों के लगभग 1.5 लाख निवासियों के लिए जीवनरेखा साबित होगा और हालिया प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुई संपर्क-विच्छेद एवं आर्थिक दिक्कतों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उद्घाटन के अवसर पर एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि यह ब्रिज इलाके की कनेक्टिविटी और स्थानीय नागरिकों की जिंदगी की गुणवत्ता को बेहतर बनाएगा और आर्मी इंजीनियर्स के समर्पण व कौशल का प्रमाण है। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि कठिन परिस्थितियों में यह परियोजना समयबद्ध तरीके से पूरी की गई, जिससे इलाके के लोगों को तत्काल राहत मिली है।
इस पूरे अभियान की मोर्चा-अगरवानी लेफ्टिनेंट कर्नल विजय शर्मा ने की। लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा ने टीम का नेतृत्व करते हुए मुश्किल भौगोलिक और मौसम सम्बन्धी चुनौतियों के बावजूद ब्रिज के सफल निर्माण को सुनिश्चित किया। उनकी अगुवाई में काम करने वाली आर्मी इंजीनियरिंग यूनिट ने तेज़ और सुरक्षित ढंग से संरचना तैयार कर के स्थानीय लोगों के रास्ते खोल दिए।
जानकारी के अनुसार लेफ्टिनेंट कर्नल विजय शर्मा पहले आगरा में भी तैनात रहे हैं — वहाँ वे एमईएस के जी साहब की पोस्ट पर कार्यरत रहे और अपने आगरा-कार्यकाल के दौरान भी कई चुनौतीपूर्ण और प्रशंसनीय परियोजनाएँ पूरी कीं। आगरा में उनकी तैनाती के समय किए गए कामों को स्थानीय स्तर पर सकारात्मक रूप में याद किया जाता है, और वही अनुभव यहाँ के कठोर हालातों में भी उपयोगी साबित हुआ।
स्थानीय प्रशासक तथा सेना के वरिष्ठ अधिकारी उम्मीद जताते हैं कि इस ब्रिज के खुलने से न केवल तात्कालिक राहत मिलेगी बल्कि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था, आपूर्ति-श्रृंखला और आपात सेवाओं की पहुँच भी मजबूत होगी। लेफ्टिनेंट कर्नल विजय शर्मा और उनकी टीम की तेज-तर्रार कार्रवाई के कारण इस क्षेत्र के लोगों को जल्दी ही स्थायी लाभ देखने को मिल सकता है।