मुंबई, 18 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कर्नाटक के बीदर जिले के जलसांगी गांव में शनिवार सुबह सैटेलाइट पेलोड बैलून एक घर की छत पर गिरा। गांववालों ने बताया कि एयरबैग जैसे दिखने वाले इस बैलून में एक बड़ी मशीन लगी हुई थी। जिसमें लाल लाइट जल रही थी। ग्रामीणों ने कहा, राउंड स्पेसशिप की तरह दिखने वाले इस ऑब्जेक्ट के साथ एक लेटर भी मिला। इसमें कन्नड़ भाषा में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) बैलून सर्विस लिखा हुआ था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना होम्नाबाद पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पेलोड के इस गांव में लैंड होने की जानकारी TIFR को दी। TIFR की टीम पेलोड को कलेक्ट करने के लिए गांव पहुंच रही है। पुलिस ने बताया कि सैटेलाइट पेलोड बैलून TIFR ने एक्सपेरिमेंट के लिए उड़ाया था। यह कोई नई बात नहीं है, TIFR अक्सर ऐसे एक्सपेरीमेंट करता रहता है।
वहीं, TIFR के मुताबिक, सैटेलाइट पेलोड बैलून एक बड़ा बैलून होता है, जो साइंटिफिक मशीनों के इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स को धरती से ऊपर वायुमंडल में ले जाता है। इसके बाद पेलोड को बैलून से फ्री कर दिया जाता है और पैराशूट से वापस धरती पर उतार लिया जाता है। संभावना है कि वापस उतारते समय ही यह पेलोड गांव में गिरा होगा। पुलिस ने बताया कि इस बेलून के गांव के घर की छत पर गिरने से किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। ये रेगुलर एक्सपेरिमेंट का हिस्सा है। हालांकि, बैलून के गिरने से गांववाले डर गए थे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें शांत कराया।