आगरा, 21 जून 2025
रेलवे स्टेशन जैसी भीड़-भाड़ वाली जगह पर किसी मासूम का अपने माता-पिता से बिछड़ जाना एक दिल दहला देने वाली स्थिति होती है। लेकिन अगर इस परिस्थिति में मदद को तत्पर और संवेदनशील पुलिसकर्मी हों, तो ममता को उसका बिछड़ा लाल चंद मिनटों में वापस मिल सकता है।
ऐसा ही एक सराहनीय उदाहरण आज आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला, जब जीआरपी आगरा कैंट की सतर्क पुलिस टीम ने एक 5 वर्षीय मासूम को उसकी मां से मिलवाकर मानवता और कर्तव्यपरायणता की मिसाल पेश की।
यह सफल कार्यवाही थाना जीआरपी आगरा कैंट के प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में चलाई जा रही चेकिंग अभियान के दौरान की गई। अभियान पुलिस उपाधीक्षक रेलवे आगरा, पुलिस अधीक्षक रेलवे आगरा तथा पुलिस उपमहानिरीक्षक रेलवे प्रयागराज और अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे के निर्देशानुसार चलाया जा रहा था।
आज सुबह प्लेटफार्म संख्या 1/6 पर ड्यूटी पर तैनात हेड कांस्टेबल, कमलेश कुमार एवं हेड कांस्टेबल लखती सिंह को एक यात्री ने एक रोते हुए बच्चे को सौंपा, जो अपने परिवार से बिछड़ गया था। बच्चा अपनी मां और पिता का नाम तो बता पा रहा था, लेकिन कोई ठोस पता नहीं बता सका।
पुलिस टीम ने बिना देर किए त्वरित कार्यवाही करते हुए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से अनाउंसमेंट शुरू की और भीड़ में बिछड़ी हुई मां की खोजबीन प्रारंभ की। महज 30 मिनट के भीतर बच्चे की मां को खोजकर बच्चे को सुरक्षित उनके सुपुर्द कर दिया गया।
बच्चे की मां, जो कि थाना शाहगंज, आगरा क्षेत्र की निवासी हैं, ने बताया कि वह अपने तीन बच्चों के साथ ग्वालियर से आगरा कैंट स्टेशन तक यात्रा कर रही थीं। स्टेशन पर उतरते वक्त उनका एक बच्चा भीड़ में पीछे छूट गया और वह आगे निकल गई थीं। जब उन्हें पता चला कि बच्चा उनके साथ नहीं है, तो वे घबरा गईं और मदद के लिए थाने पहुंचीं।
बच्चे को सकुशल वापस पाकर मां की आंखों में आंसू थे और दिल से धन्यवाद था। उन्होंने जीआरपी आगरा कैंट पुलिस टीम की सराहना करते हुए कहा – मैं पुलिस के इस कार्य से बहुत खुश हूं, यह किसी चमत्कार से कम नहीं है।
मानवता की मिसाल बनी यह टीम
इस पूरे अभियान में मुख्य भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मी:
हेड कांस्टेबल कमलेश कुमार
हेड कांस्टेबल लखती सिंह
(दोनों थाना जीआरपी आगरा कैंट)
इन दोनों जवानों ने कर्तव्यनिष्ठा, संवेदनशीलता और तत्परता का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया।
ऐसी घटनाएं पुलिस की जनसेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति निष्ठा को दर्शाती हैं। जीआरपी आगरा कैंट की यह पहल न केवल अनुकरणीय है, बल्कि अन्य पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणास्रोत भी है..