भारत के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले में से एक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) लोन फ्रॉड केस में भगोड़ा हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में 12 अप्रैल 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के सूत्रों द्वारा सोमवार को पुष्टि की गई। चोकसी पर आरोप है कि उसने PNB से 13,500 करोड़ रुपये का कर्ज लिया, जिसे वह चुकाने में विफल रहा और 2018 में भारत से फरार हो गया। इस मामले में उसकी गिरफ्तारी को भारत सरकार ने एक बड़ी सफलता माना है और अब उसके प्रत्यर्पण की मांग की है।
7 साल बाद गिरफ्तारी
गौरतलब है कि चोकसी की गिरफ्तारी एक 3 देशों में 7 साल की लंबी खोज के बाद हुई है। मेहुल चोकसी, जो गीतांजलि ग्रुप के मालिक हैं, 2018 में भारत से भाग गए थे और एंटीगुआ और बारबुडा में नागरिकता हासिल की थी। उसके बाद से ही वह अधिकारियों के रडार से बाहर थे, लेकिन 2021 में डोमिनिकन गणराज्य में अवैध प्रवेश के आरोप में पकड़े गए थे। हालांकि, कुछ दिनों तक जेल में रहने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था।
अब, बेल्जियम में चोकसी के होने की जानकारी मिलने के बाद भारत और बेल्जियम के अधिकारियों ने मिलकर उसे गिरफ्तार किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चोकसी कैंसर के इलाज के बहाने स्विट्जरलैंड भागने की तैयारी कर रहे थे, तभी उसे गिरफ्तार किया गया।
हनी ट्रैप का दावा
चोकसी ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को नकारते हुए एक ‘हनी ट्रैप’ का दावा किया था, जिसमें एक हंगरी की महिला बारबरा जबारिका को शामिल बताया गया था। उसने कहा था कि उसे कथित रूप से अगवा किया गया और एंटीगुआ से डोमिनिका ले जाया गया। चोकसी ने यह भी दावा किया था कि बारबरा इस साजिश का हिस्सा थी।
बारबरा जबारिका के बारे में जानकारी मिली है कि वह एक प्रॉपर्टी निवेश एजेंट हैं और उनका संबंध बुल्गारिया से है। बारबरा ने चोकसी के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि वह सिर्फ एक व्यवसायिक संपर्क थी और चोकसी ने उसे अपने नाम ‘राज’ से संपर्क किया था।
मेहुल चोकसी की पत्नी का आरोप
चोकसी की पत्नी प्रीति चोकसी ने भी दावा किया था कि बारबरा ने झूठे बहाने से उनसे दोस्ती की और उन्हें रात के खाने पर बुलाया, जिसके बाद चोकसी को अगवा किया गया। हालांकि, बारबरा ने इस आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा कि ये सभी आरोप गलत हैं और उसने कभी चोकसी को गिरफ्तार करने की साजिश नहीं की थी।
भारत की प्रत्यर्पण की मांग
अब जबकि मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है, भारत सरकार ने उसके प्रत्यर्पण की मांग की है ताकि उसे भारत लाकर कानूनी प्रक्रिया का सामना कराया जा सके। भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी मदद की अपील की है ताकि चोकसी को न्यायालय के सामने लाया जा सके और PNB घोटाले की जांच को अंतिम रूप दिया जा सके।
चोकसी के खिलाफ यह गिरफ्तारी भारतीय जांच एजेंसियों के लिए बड़ी सफलता है और अब भारत को उम्मीद है कि वह जल्द ही चोकसी का प्रत्यर्पण कर उसे सजा दिलवाने में सफल होगा।