मुंबई, 12 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। ईरान के लिए जासूसी करने के आरोप में इजराइल ने 30 यहूदी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये 9 स्लीपर सेल ग्रुप बनाकर ईरान के लिए जासूसी कर रहे थे। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इन्होंने इजराइल के सैन्य ठिकानों और एयर डिफेंस सिस्टम के बारे में जानकारी जुटाई थी। जासूसी के आरोप में 30 यहूदियों की गिरफ्तारी से इजराइल की दोनों सुरक्षा एजेंसी मोसाद और शिन बेट को बड़ा झटका लगा है। इजराइल की सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के मुताबिक इन स्लीपर सेल का टारगेट इजराइली न्यूक्लियर साइंटिस्ट और सेना के पूर्व अधिकारी थे। इसके अलावा इसमें शामिल कुछ लोगों ने इजराइली सेना के ठिकानों और एयर डिफेंस के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की थी। वहीं, इजराइली पुलिस ने नवंबर में एक वीडियो जारी कर कहा था कि ईरानी खुफिया एजेंसियां अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भर्तियां पोस्ट करती हैं। एक इजराइली नागरिक को ईरान की ओर से संपर्क किया गया था जिसमें उसे जासूसी के बदले 15 हजार डॉलर (12.73 लाख रुपए) देने का वादा किया गया था।
इजराइली पुलिस और सुरक्षा एजेंसी शिन बेट ने बताया कि जासूसी के आरोप में एक बाप-बेटे की जोड़ी भी गिरफ्तार हुई है। जिनसे पूछताछ में पता चला कि इन्होंने सीरिया बॉर्डर से लगे गोलान हाइट्स में इजराइली सेना की एक्टिविटी के बारे में जानकारी दी है। करीब 1800 किमी में फैले गोलान हाइट्स पहाड़ी इलाका है, इसका एक तिहाई हिस्सा इजराइली सेना की निगरानी में है। ऐसे में यह इजराइल में बड़ी सुरक्षा चूक माना जा रहा है। शिन बेत के मुताबिक पहले ईरान के जिस तरह के जासूस गिरफ्तार होते थे उनमें ज्यादातर दीवारों पर नेतन्याहू के विरोध में पोस्टर लगाते थे, सरकार विरोधी बातें लिखते थे। वहीं, इजराइल की सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक ईरानी खुफिया एजेंसियों ने बीते दो सालों में इजराइल के खिलाफ सीक्रेट जानकारी के बारे में पता लगाने और पैसे के बदले हमले करने के लिए इजराइली लोगों की भर्ती करने की कोशिश की जिसके बाद इन आरोपियों को अरेस्ट किया है। इजराइल की सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के पूर्व अधिकारी ने यहूदी नागरिकों के जासूसी के आरोप में गिरफ्तारी पर हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी घटना है। आरोपियों ने जानबूझकर खुफिया जानकारी जुटाई और अपने ही देश में उपद्रव फैलाने के लिए पैसे लेकर ईरान के लिए काम किया।