मुंबई, 27 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। कारगिल दिवस पर राजनाथ सिंह के बयान को पाकिस्तान ने भड़काऊ बताया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने प्रेस रिलीज में कहा, हम लद्दाख में दिए गए भारत के रक्षा मंत्री के बयान की निंदा करते हैं। भारत को इस मामले में खास तौर पर सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि उनके ऐसे बयान क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता के लिए खतरा है। इससे साउथ एशिया में रणनीतिक माहौल खराब हो सकता है। ये पहली बार नहीं है जब भारत के किसी नेता या सैन्य अधिकारी ने PoK और गिलगिट-बाल्टिस्तान को लेकर इस तरह का गैर-जिम्मेदाराना बयान दिया है। इस तरह की राष्ट्रवादी बयानबाजी बंद होनी चाहिए। हम भारत को ये याद दिलाना चाहते हैं कि पाकिस्तान किसी भी खतरे के होने पर अपनी रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है। पाकिस्तान ने कहा कि भारत के नेता चुनाव में अपने फायदे के लिए पाकिस्तान पर बयानबाजी करते हैं, जिसे बंद करने की जरूरत है। साथ ही पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारत को सलाह दी कि वो विवादित क्षेत्र पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को ईमानदारी से लागू करे।
दरअसल, कारगिल दिवस 26 जुलाई के मौके पर द्रास में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि 1999 को कारगिल युद्ध जीतने के बाद भी सेना ने LOC पार नहीं की क्योंकि भारत एक शांतिप्रिय देश है। हम अपने सदियों पुराने मूल्यों में विश्वास रखते हैं और अंतरराष्ट्रीय कानून को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हमने तब ऐसा नहीं किया इसका मतलब यह नहीं कि हम अब भी LoC पार नहीं कर सकते थे। हम ऐसा कर सकते थे, कर सकते हैं और जरूरत पड़ी तो ऐसा करेंगे भी। उन्होंने ये भी कहा कि जनता को युद्ध के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। राजनाथ सिंह ने यह भी कहा, कि कारगिल में भारतीय ध्वज इसलिए लहरा रहा है क्योंकि 1999 में भारतीय सैनिकों ने अपने शौर्य का परिचय देते हुए दुश्मनों की छाती पर अपना तिंरगा लहरा दिया था। कारगिल युद्ध भारत पर थोपा गया था। उस समय प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान जाकर कश्मीर समेत अन्य मुद्दों को सुलझाने का प्रयास किया था, लेकिन पाकिस्तान ने हमारी पीठ में खंजर घोंप दिया।