मुंबई, 24 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। क्रिसमस से पहले नासा का अंतरिक्ष यान पार्कर सोलर प्रोब सूरज के सबसे नजदीक से गुजरेगा। भारतीय समय के मुताबिक शाम 5.10 पर पार्कर सूरज से मात्र 61 लाख किमी की दूरी पर था। सूरज के इतने पास पहुंचने वाला ये इंसानों का बनाया पहला ऑब्जेक्ट होगा। NYT की रिपोर्ट के मुताबिक ये सूरज की तरफ जाने वाले पिछले किसी भी मिशन की तुलना में 7 गुना करीब है। सूरज के बाहरी वातावरण से गुजरते वक्त पार्कर की स्पीड 6.9 लाख किमी/घंटा से भी अधिक होगी। यह अब तक इंसानों के बनाए गए किसी भी ऑब्जेक्ट की सबसे ज्यादा स्पीड है और अपने पुराने रिकॉर्ड को तोड़ेगी।
नासा के साइंस मिशन के निकी फॉक्स के मुताबिक, अब तक किसी भी तारे के वातावरण से कोई चीज नहीं गुजरी है। ऐसा पहली बार होगा जब कोई ऑब्जेक्ट तारे के वातावरण से गुजरेगा। पार्कर अगले 3 दिनों तक सूरज के वातावरण में रहेगा। पार्कर सोलर प्रोब अब तक 21 बार सूरज के फ्लाईबाई के जरिए सूरज के सबसे नजदीक पहुंच गया है। इस क्षेत्र को पेरिहेलियन कहा जाता है। सूरज के नजदीक से गुजरने के वक्त पार्कर का तापमान 1,000 डिग्री सेल्सियस से अधिक होगा। इस दौरान ये सूरज के वातावरण में फिसलते हुए गुजरेगा। सूरज अभी अपनी सबसे अधिक एक्टिव स्टेट यानी सक्रिय अवस्था में हैं। इसे सोलर मैक्सिमम कहते हैं। पार्कर 27 दिसंबर को अपनी यात्रा के बारे में पृथ्वी पर जानकारियां भेजेगा। तब तक ये संपर्क से बाहर रहेगा। अगले साल यानी 2025 में भी ये 2 बार सूरज के नजदीक से गुजरेगा। अगले साल ये मिशन समाप्त हो जाएगा। हालांकि अभी इसमें अगले कई साल चलने के लिए फ्यूल बचा हुआ है। लेकिन ये फिर कभी सूरज के इतने करीब नहीं जाएगा।
आपको बता दें, पार्कर सोलर प्रोब को नासा ने 12 अगस्त 2018 को लॉन्च किया था। इसे सूरज के बाहरी वातावरण कोराना के नजदीक से अध्ययन करने के मकसद से लॉन्च किया गया था। इसके जरिए सोलर विन्ड्स यानी सौर हवा के सिस्टम को समझने की कोशिश की जा रही है। इसका नाम भी सोलर साइंटिस्ट यूजीन पार्कर के नाम रखा गया है। पार्कर ने ही सबसे पहले सोलर विन्ड्स के बारे में जानकारी दी थी। 2022 में यूजीन पार्कर का निधन हो गया है। पहली बार किसी वैज्ञानिक के जीवित रहते हुए उनके नाम पर अंतरिक्षयान का नाम रखा गया था। पार्कर सोलर प्रोब ने 2021 में पहली बार सूरज के नजदीक से उड़ान भरी थी। इतिहास में पहली बार कोई यान ने सूरज के इतने नजदीक से गुजरा था। इसे कुल 24 बार सूरज के नजदीक से गुजरने के लिए बनाया गया था। आज पार्कर 22वीं बार सूरज के नजदीक से गुजरेगा। सूरज की गर्मी से बचाने के लिए इसे 4.5 इंच मोटे कार्बन-कंपोजिट हीट शील्ड के साथ लैस किया गया है।