जीवन में सफलता के लिए कुंडली में सूर्य का मजबूत होना बहुत जरूरी है। जब सूर्य बलवान होता है तो मनुष्य अति आत्मविश्वासी होता है। वह खूब नाम और पैसा कमाता है साथ ही सफलता की सीढ़ियां तेजी से चढ़ता है और हर जगह सम्मान प्राप्त करता है। लेकिन सूर्य की स्थिति कमजोर होने पर व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आने लगती हैं। ऐसे जातक के संबंध अपने पिता से अच्छे नहीं रहते। नौकरी और व्यवसाय में हानि होती है और प्रतिष्ठा में भी गिरावट आती है। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही है तो पौष का महीना आपके लिए काफी फलदायी साबित हो सकता है। पौष के महीने में भगवान सूर्य की आराधना की जाती है। पौष मास की शुरुआत 20 दिसंबर से हो रही है। इस महीने आप सूर्यदेव की पूजा कर उन्हें आसानी से प्रसन्न कर सकते हैं और सूर्य संबंधी समस्याओं से निजात पा सकते हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे हैं जो आपकी कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करने में मदद करते हैं।
सूर्य को मजबूत करने के उपाय :-
- रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। वहीं पौष मास के सैथ रविवार का महत्व कहीं अधिक है। इस महीने में आप रविवार का व्रत करके सूर्यदेव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। इस व्रत को करने से सुख-समृद्धि और आरोग्यता का वरदान तो मिलता ही है साथ ही मनुष्य के तेज, बल, यश की वृद्धि होती है और त्वचा के सभी रोग दूर हो जाते हैं।
- तांबे की लोटी में जल, लाल चंदन, गुड़ और लाल फूल डालकर भगवान सूर्य को अर्पित करें। इससे आपका सूर्य मजबूत होगा।
- विधि विधान से पूजा कर हाथ में तांबे का कड़ा धारण करें। जरूरी काम से घर से निकलने से पहले गुड़ खाकर पानी पिएं।
- सोने से पहले सिरहाने पर तांबे के बर्तन में पानी रखकर सोएं और सुबह उठकर पानी पी लें। इससे आपका पाचन बेहतर होगा।
- प्रतिदिन सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें। मंत्र इस प्रकार हैं।
ॐ घृणि: सूर्य आदिवास्योम
ॐ ह्रीं हिं स: सूर्याय नमः
शत्रु नशा ॐ हृदय सूर्याय नम:।
-सूर्य देव का आदित्यहृदय स्तोत्र भी अत्यंत लाभकारी है। यदि इस स्तोत्र का पौष मास में प्रतिदिन प्रातः काल नियमित रूप से पाठ किया जाए तो मनुष्य के जीवन में बहुत ही शीघ्र सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलते हैं।
- रविवार के दिन किसी जरूरतमंद को लाल मसूर, लाल वस्त्र, गुड़, तांबा आदि का दान करें। इससे सूर्य भी मजबूत होता है।