ताजा खबर

हनुमान जी के ये 10 प्रसिद्ध मंदिर जहां पूरी होती है हर मनोकामना

Photo Source :

Posted On:Tuesday, October 10, 2023

हनुमान भक्ति के बारे में मान्यता है कि जो भी व्यक्ति श्रद्धापूर्वक हनुमान जी की पूजा करता है। बजरंगबली उन पर अपनी कृपा बरसाते हैं। देश में कई हनुमान मंदिर हैं, जिनके दर्शन से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

बालाजी हनुमान मंदिर, राजस्थान

दाढ़ी-मूंछ वाले हनुमानजी की अनोखी मूर्ति को लोग सालासर वाले हनुमानजी के नाम से जानते हैं। यह मंदिर राजस्थान के चुरू जिले के सालासर गांव में स्थित है। कहा जाता है कि हनुमत भक्ति के इस धाम के दर्शन करने वाला कभी खाली हाथ नहीं लौटता और उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है।

हनुमान दांडी मंदिर, गुजरात

इस मंदिर में बजरंगबली मकरध्वज के साथ विराजमान हैं। ऐसा माना जाता है कि मंदिर में मकरध्वज की मूर्ति हनुमानजी की मूर्ति से छोटी थी, लेकिन अब दोनों मूर्तियां ऊंचाई में बराबर हो गई हैं। यह भी माना जाता है कि अहिरावण ने भगवान श्री राम-लक्ष्मण को इसी स्थान पर छुपाया था। जब हनुमानजी श्रीराम-लक्ष्मण को लेने आये तो मकरध्वज से उनका भयंकर युद्ध हुआ। अंततः बजरंगबली ने उसे परास्त कर अपनी ही पूँछ से बाँध दिया।

जहां भूत-प्रेत बाधाएं दूर हो जाती हैं

मेहंदीपुर में स्थित यह मंदिर जयपुर-बांदीकुई बस मार्ग पर जयपुर से लगभग 65 किमी दूर है। यह मंदिर बुरी आत्माओं और बाधाओं को दूर करने के लिए जाना जाता है।

संकटमोचन मंदिर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश

ऐसा माना जाता है कि हनुमानजी की यह मूर्ति गोस्वामी तुलसीदासजी की तपस्या और धर्मपरायणता के कारण प्रकट हुई थी। बाबा विश्वनाथ की नगरी में उनके अवतार बजरंग बली के बारे में मान्यता है कि उनके दर्शन मात्र से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इसीलिए लोग इस मंदिर को संकटमोचन मंदिर भी कहते हैं।

संकटमोचन मंदिर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश

ऐसा माना जाता है कि हनुमानजी की यह मूर्ति गोस्वामी तुलसीदासजी की तपस्या और धर्मपरायणता के कारण प्रकट हुई थी। बाबा विश्वनाथ की नगरी में उनके अवतार बजरंग बली के बारे में मान्यता है कि उनके दर्शन मात्र से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इसीलिए लोग इस मंदिर को संकटमोचन मंदिर भी कहते हैं।

प्रयाग के हनुमान बोले

हनुमान की यह विशाल प्रतिमा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक संगम के तट पर स्थित है। 20 फीट ऊंची इस प्रतिमा को हर साल गंगाजी स्नान कराने आती हैं। जहां देश-दुनिया में नदियों के जलस्तर को खतरे के तौर पर देखा जाता है, वहीं इस मंदिर के भक्तों को गंगा का जलस्तर शुभ नजर आता है. ऐसा माना जाता है कि जिस वर्ष गंगाजी हनुमानजी को स्नान नहीं करा पाती हैं, वे अगले वर्ष उन्हें कई बार स्नान कराकर इसकी भरपाई कर देती हैं।

उल्टे हनुमान मंदिर

देश की प्राचीन सप्तपुरियों में से एक मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर से महज 30 किमी दूर श्री हनुमानजी की पूजा उल्टे रूप में की जाती है। मंदिर में भगवान हनुमान की सिन्दूर से सुसज्जित एक उलटी मूर्ति मौजूद है। रामायण काल ​​का यह मंदिर सवेरे नामक स्थान पर स्थापित है।

जहां हनुमान स्त्री रूप में विराजमान हैं

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से 25 कि.मी. की दूरी पर बजरंगी का यह पवित्र स्थान स्थित है। रतनपुर नामक इस स्थान को महामाया नगरी के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यह दुनिया का एकमात्र हनुमान मंदिर है जहां हनुमान स्त्री रूप में विराजमान हैं।

जहां हनुमत अपनी पत्नी के साथ मौजूद हैं

वैसे तो उत्तर भारत समेत पूरी दुनिया में हनुमानजी को बाल ब्रह्मचारी के रूप में पूजा जाता है, लेकिन तेलंगाना में हनुमानजी को विवाहित और पूजनीय माना जाता है। हैदराबाद से 220 किमी दूर खम्मम जिले में हनुमानजी और उनकी पत्नी का मंदिर है। इस पवित्र स्थान पर बजरंग बली और उनकी पत्नी सुवर्चला की मूर्ति है। मान्यता है कि हनुमानजी और उनकी पत्नी के दर्शन से वैवाहिक जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं।


आगरा और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. agravocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.