इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि हरियाणा में 'वोट चोरी' के मुद्दे को लेकर बीजेपी विधायक की पिटाई कर दी गई है। इस वीडियो को लेकर कई भ्रामक पोस्ट्स सामने आई हैं और यूजर्स इसे राजनीतिक माहौल को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन India TV की फैक्ट चेक टीम ने जब इस दावे की जांच की, तो पाया कि यह दावा पूरी तरह से भ्रामक और मिसलीडिंग है।
क्या है वायरल वीडियो में?
वीडियो में दिखाया गया है कि कुछ लोग एक सरकारी दफ्तर के अंदर दो लोगों को बुरी तरह पीट रहे हैं। वीडियो को लेकर कहा जा रहा है कि जिनकी पिटाई हो रही है, उनमें से एक बीजेपी विधायक हैं और यह सब हाल ही में उठे वोट चोरी विवाद के कारण हुआ।
एक सोशल मीडिया यूजर ने इस क्लिप को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा,
"वोट चोरी का एक और ट्रेंड। बीजेपी विधायक की पिटाई शुरू। हरियाणा की जनता हरकत में आ गई है।"
इस पोस्ट को कई बार रीट्वीट और शेयर किया गया, जिससे यह वायरल हो गया।
फैक्ट चेक में क्या सामने आया?
फैक्ट चेक टीम ने जब इस वीडियो की बारीकी से जांच की, तो कुछ महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए:
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वीडियो पर दिखाई दे रही तारीख – वायरल क्लिप पर जो टाइमस्टैम्प था, उसमें साफ लिखा गया था: 10 जुलाई 2020।
यानी यह वीडियो करीब 5 साल पुराना है, जबकि हालिया वोट चोरी विवाद 2025 का है।
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कीफ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च – जब टीम ने वीडियो के एक कीफ्रेम को लेकर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया, तो पाया कि यही वीडियो India TV के यूट्यूब चैनल पर 23 जुलाई 2020 को पोस्ट किया गया था।
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वास्तविक मामला क्या था?
जांच में पता चला कि यह वीडियो हरियाणा के मुनक क्षेत्र में एसडीओ कार्यालय के अंदर हुई एक मारपीट का है। वहां कुछ बदमाशों ने दो लोगों को पीटा था, लेकिन इसका किसी भी विधायक या वोट चोरी विवाद से कोई लेना-देना नहीं था।
निष्कर्ष: वायरल दावा गलत है
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वायरल वीडियो 2020 का है, न कि 2025 का।
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पीटे गए लोग बीजेपी विधायक नहीं हैं।
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वीडियो का वोट चोरी विवाद से कोई संबंध नहीं है