ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ गाबा में खेले जा रहे पिंक बॉल टेस्ट (डे-नाइट टेस्ट) की शुरुआत एक बेहद विस्फोटक और अप्रत्याशित फैसले के साथ की है। टीम के अनुभवी और प्रमुख स्पिनर नाथन लायन को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया है। ऑस्ट्रेलिया के कार्यकारी कप्तान स्टीव स्मिथ ने टॉस के दौरान इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि लायन की जगह टीम में तेज गेंदबाज माइकल नेसर को शामिल किया गया है।
नाथन लायन को टीम से ड्रॉप करने के साथ ही ऑस्ट्रेलिया में उनका लगातार 69 घरेलू टेस्ट खेलने का सिलसिला भी टूट गया है, जो एक बड़ा रिकॉर्ड था।
13 साल बाद घरेलू टेस्ट से ड्रॉप
'69 टेस्ट का सिलसिला' का मतलब उन घरेलू टेस्ट मैचों से है, जिनमें नाथन लायन लगातार ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहे थे। दिसंबर 2011 में शुरू हुए लायन के टेस्ट करियर में यह सिर्फ दूसरी बार है जब उन्हें घरेलू टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से बाहर किया गया है।
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पिछली बार (13 जनवरी 2012): लायन को आखिरी और पहली बार घरेलू टेस्ट में प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप करने का फैसला 13 जनवरी 2012 को भारत के खिलाफ लिया गया था।
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मौजूदा ड्रॉप (4 दिसंबर 2025): अब 13 साल बाद उन्हें फिर से घरेलू टेस्ट से बाहर किया गया है।
13 जनवरी 2012 से लेकर 4 दिसंबर 2025 के बीच बीते 5082 दिनों में ही नाथन लायन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए लगातार 69 घरेलू टेस्ट खेले हैं। इतने लंबे समय तक किसी भी स्पिनर का लगातार घरेलू टेस्ट खेलना उनकी निरंतरता को दर्शाता है, इसलिए यह फैसला काफी हैरान करने वाला है।
पिंक बॉल टेस्ट को मिस करने की प्रवृत्ति
हैरानी की बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया ने पिछले 3 टेस्ट मैचों में से यह दूसरा टेस्ट है, जिसे नाथन लायन ने मिस किया है, और दोनों ही टेस्ट पिंक बॉल टेस्ट रहे हैं।
जबकि आंकड़े लायन के पक्ष में हैं:
जिस गाबा मैदान पर यह पिंक बॉल टेस्ट खेला जा रहा है, उस पर भी नाथन लायन का प्रदर्शन हमेशा शानदार रहा है।
इन मजबूत आंकड़ों और एक स्पिनर के रूप में उनकी ऐतिहासिक सफलता के बावजूद उन्हें ड्रॉप करने का फैसला ऑस्ट्रेलिया की टीम मैनेजमेंट के लिए एक बड़ा जोखिम और एक चौंकाने वाली रणनीति है, जो शायद पिंक बॉल की सीमिंग परिस्थितियों और अतिरिक्त गति की आवश्यकता को दर्शाती है।