मुंबई, 7 अगस्त, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। पाकिस्तान अमेरिका के दबाव में ईरान के साथ गैस पाइप लाइन प्रोजेक्ट को छोड़ने वाला है। इस प्रोजेक्ट के तहत पाकिस्तान को सस्ते दाम पर बिजली हासिल होने वाली थी। पहले भारत भी ईरान और पाकिस्तान के साथ इस गैस पाइप लाइन प्रोजेक्ट का सदस्य था। जो पहले ही इससे बाहर हो चुका है। जबकि 3 अगस्त को पाक दौरे पर ईरान के विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाह ने पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो से मिलकर इस मल्टी बिलियन डॉलर के प्रोजेक्ट को जल्द शुरू करने की मांग की थी। अब पाकिस्तान ने इसे छोड़ने के लिए ईरान को एक नोटिस जारी कर दिया है। इसमें बताया गया है कि पाकिस्तान इस प्रोजेक्ट को तब तक आगे नहीं बढ़ा सकता है जब तक उस पर अमेरिका की पाबंंदियां लगी हैं। वहीं, वॉयस ऑफ अमेरिका की रिपोर्ट के मुताबिक ईरान की गैस पाइपलाइन के जरिए पाकिस्तान को प्रति दिन 750 मिलियन क्यूबिक फीट की गैस मिलती।
आपको बता दें, ईरान का दावा है कि वो अपने हिस्से की गैस पाइप लाइन का काम पहले ही पूरा कर चुका है। इसके लिए उसने 1,150 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई है। इसमें 62 हजार करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। वहीं, पाकिस्तान ने भी जनवरी 2015 तक अपने हिस्से का काम पूरा करने का वादा किया था। जो पूरा नहीं किया गया। 2014 में पाकिस्तान के तत्कालीन पेट्रोलियम मिनिस्टर शाहिद खाकान अब्बासी ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों के चलते इस प्रोजेक्ट में परेशानियां आ रही हैं । पाकिस्तान के गैस डील सस्पेंड करने से अब पाकिस्तान को 18 अरब डॉलर यानी 1 लाख 48 हजार करोड़ रुपए का भारी-भरकम जुर्माना देना पड़ सकता है।