मुंबई, 10 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। रूस में प्रेसिडेंट व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ बीते महीने बगावत की नाकाम कोशिश करने के बाद वैगनर चीफ येवगेनी प्रिगोजिन पुतिन से दो बार मिले। यह दावा दो अलग अलग रिपोर्ट्स में किया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रिगोजिन और पुतिन की पहली मुलाकात बगावत नाकाम होने के ठीक पांचवें दिन यानी 29 जून को मॉस्को में हुई थी। दूसरी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि विद्रोही नेता और पुतिन की एक और सीक्रेट मीटिंग 1 जुलाई को देर रात हुई। इसमें प्रिगोजिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की के कत्ल का फरमान सुनाया गया। पहली मुलाकात की पुष्टि क्रेमलिन के स्पोक्सपर्सन कर चुके हैं। प्रिगोजिन और पुतिन की 29 जून को जो मुलाकात हुई, उसकी पुष्टि क्रेमलिन के स्पोक्सपर्सन दिमित्री पेस्कोव ने की। कहा, ये सही है कि 24 जून को जो गलत वाकया पेश आया, उसके पांचवें दिन यानी 29 जून को प्रेसिडेंट और वैगनर चीफ मिले। मुलाकात तीन घंटे चली। इस दौरान दो और लोग मौजूद थे। बातचीत का न्योता पुतिन की तरफ से दिया गया था। फिलहाल, यही बताया जा सकता है।
वहीं, पुतिन और प्रिगोजिन की दूसरी मुलाकात के बारे में दावा फ्रेंच पब्लिकेशन ‘लिबरेशन’ ने किया है। सोमवार को पब्लिश इसकी रिपोर्ट में इंटेलिजेंस सोर्सेज के हवाले से दावा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया, पुतिन ने अपने खिलाफ बगावत करने वाले प्रिगोजिन से एक मुलाकात 1 जुलाई को भी की थी। सच्चाई ये है कि 24 जून की बगावत की कोशिश के बाद से प्रिगोजिन रूस से बाहर नहीं गए। जिन खबरों में यह दावा किया गया था कि उन्हें बेलारूस भेज दिया गया है, वो गलत हैं और बेलारूस सरकार भी इसकी पुष्टि कर चुकी है। इसी रिपोर्ट में आगे कहा गया, दावा किया जा रहा है कि वैगनर चीफ प्रिगोजिन से कहा गया है कि वो यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की को कत्ल करें और उनका सिर क्रेमलिन लेकर आएं। यह दावा नोबेल प्राइज विनर दिमित्री मुरातोव ने एक यूट्यूब चैनल पर किया। मुरातोव ने ये भी कहा कि प्रिगोजिन बगावत के लिए कभी पुतिन से माफी नहीं मांगेंगे।