भारतीय वायदा बाजार (MCX) में शुक्रवार का दिन निवेशकों के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ। क्रिसमस की छुट्टियों के बाद जैसे ही बाजार खुला, चांदी की कीमतों ने एक ऐसी छलांग लगाई जिसने कमोडिटी विशेषज्ञों के होश उड़ा दिए। चांदी की कीमत में एक ही दिन में करीब 9,000 रुपये की भारी तेजी दर्ज की गई, जिससे इसके दाम 2.32 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के पार चले गए। साल 2025 के खत्म होने में अब महज कुछ ही दिन शेष हैं, और ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या चांदी 2.50 लाख रुपये का जादुई आंकड़ा इसी साल पार कर लेगी?
चांदी की तूफानी तेजी के आंकड़े
शुक्रवार सुबह चांदी का भाव 2,24,374 रुपये पर खुला था, लेकिन कारोबारी सत्र के दौरान यह देखते ही देखते 2,32,741 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यह तेजी इतनी जबरदस्त है कि साल 2025 में अब तक चांदी ने अपने निवेशकों को करीब 166 फीसदी का रिटर्न दे दिया है। पिछले साल के अंत में चांदी महज 87,233 रुपये पर थी, जो अब बढ़कर ढाई गुना से अधिक हो चुकी है।
क्या 31 दिसंबर तक 2.5 लाख का स्तर छुएगी चांदी?
बाजार के जानकारों का मानना है कि साल के आखिरी तीन कारोबारी दिनों (29, 30 और 31 दिसंबर) में चांदी 18 हजार रुपये की और बढ़त बना सकती है। यदि ऐसा होता है, तो चांदी 2.50 लाख रुपये के ऐतिहासिक स्तर को छू लेगी।
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रिटर्न का नया रिकॉर्ड: 2.5 लाख के स्तर पर पहुंचने का मतलब होगा कि चांदी ने एक ही साल में 200 फीसदी का रिटर्न दिया है।
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अनुमानों का फेल होना: अधिकांश विश्लेषकों का मानना था कि चांदी 2.50 लाख के स्तर पर मार्च 2026 तक पहुंचेगी, लेकिन मौजूदा रफ्तार ने इन सभी दावों को पीछे छोड़ दिया है।
इस तेजी के पीछे के प्रमुख कारण
चांदी में आई इस अचानक तेजी के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारक काम कर रहे हैं:
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जियो-पॉलिटिकल टेंशन: रूस-यूक्रेन और मध्य पूर्व के संकटों ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश (Safe Haven) की ओर धकेला है।
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इंडस्ट्रीयल डिमांड: ग्रीन एनर्जी और इलेक्ट्रिक वाहनों में चांदी का उपयोग बढ़ने से इसकी औद्योगिक मांग चरम पर है।
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फेड रिजर्व की नीति: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में एक और कटौती की संभावना ने डॉलर को कमजोर किया है, जिससे धातुओं की कीमतें बढ़ी हैं।
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इंटरनेशनल मार्केट: वैश्विक बाजार में चांदी की कीमतें 75 डॉलर प्रति औंस के करीब पहुंच गई हैं, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार पर दिख रहा है।
सोना भी लाइफ टाइम हाई पर
चांदी के साथ-साथ सोने ने भी नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एमसीएक्स पर सोना करीब 900 रुपये की बढ़त के साथ 1,38,994 रुपये प्रति दस ग्राम के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया। इस साल सोने ने अब तक 81 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया है, जो सुरक्षित निवेश के रूप में इसकी ताकत को दर्शाता है।
निवेशकों के लिए राय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी की वर्तमान तेजी 'सप्लाई की कमी और मांग की अधिकता' का परिणाम है। हालांकि, इतने ऊंचे स्तर पर मुनाफावसूली (Profit Booking) की संभावना भी बनी रहती है, इसलिए नए निवेशकों को सावधानी बरतने की जरूरत है। लेकिन जिस तरह का माहौल बना हुआ है, उसे देखकर लगता है कि 31 दिसंबर 2025 तक चांदी का 2.5 लाख रुपये पहुंचना अब केवल समय की बात रह गई है।